Aman Sood ने चाय बेचकर कैसे कमाए करोडो रुपये, पढ़े पूरी Story ( Aman Sood Biography In Hindi )

Aman Sood Biography In Hindi-हेलो दोस्तों नमस्कार आज हम आपके लिए एक ऐसी कहानी लेकर आए हैं. जो चाय बेचकर करोड़ों रुपए कमाते हैं. अब आप इसी से अंदाजा लगा सकते हैं कि कोई भी काम छोटा या बड़ा नहीं हो सकता. कोई भी काम को पूरी लगन और निष्ठा से की जाए, तो आप उसमें काफी ऊंचाइयों तक जा सकते हैं. आज के इस आर्टिकल में हम आपको एक ऐसे ही व्यक्ति Aman Sood के बारे में बताने जा रहे हैं.

Aman Sood कौन है. ( Aman Sood Biography In Hindi )

Aman Sood कौन है.

दोस्तों अमन सूद भारत के एक लोकप्रिय चाय ब्रांड चाय ठेका के संस्थापक है. आपको बता दे कि पूरे भारत में उनके 70 से अधिक फ्रेंचाइजी है. लेकिन यहां तक पहुंचना उनके लिए आसान नहीं था. उनका सपना था कि वह सभी के लिए सस्ती और स्वादिष्ट चाय लाये लेकिन इसके लिए उन्हें बहुत सारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा.

अमन सूद ने अपनी करियर की शुरुआत 2008 से ही शुरू कर दी और वह 12 वर्षों तक बहुत सारी कंपनियों में काम किये. हालांकि कुछ कारण से 2019 में उनकी नौकरी छूट गई. और फिर कठिन परिश्रम के बावजूद वह दूसरी नौकरी ढूंढने में सफल रहे. लेकिन यह नौकरी उनके घर से काफी दूर थी, वहां नौकरी करने जाने में बहुत लंबी दूरी तय करना पड़ता था. जिसके चलते इन्हें बहुत सारी परेशानी होती थी.

The चाय ठेका की शुरुआत

The चाय ठेका की शुरुआत

एक दिन की बात है जब वह नौकरी करने जा रहे थे तो उन्हें जोरों से भूख लगी और वह एक कॉफी शॉप पर रुक गया. और वहां उन्होंने काफी और चाय के कीमत पूछे, कीमत इतनी ज्यादा थी कि वह सुनकर हैरान हो गए थे. फिर उन्होंने अपने मन में सोचा की सस्ती और कॉफी के बाजार में बहुत बड़ा अंतर है. फिर उन्होंने उसी दिन तय किया कि वह इस कमी को दूर करेंगे और बाजार में एक सस्ती और स्वादिष्ट एक ऐसी चाय-कॉफी के ब्रांड बनाएंगे जो आम लोगों की जरूरत को पूरा करेगा.

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अमन सूद ने इस आईडिया को अपने भाई अविनाश सूद और अपने दोस्तों मधुर, आशीष, तुषार, यश और राहुल के साथ शेयर किया. उन लोगों ने इनकी इस आईडिया को समर्थन दिया और उन्होंने अमन सूद को अपने घर के पास एक चाय की दुकान शुरू करने में काफी मदद भी की. आपको बता दे कि अमन सूद ने अपनी चाय की दुकान का नाम चाय ठेका रखा. वह अपनी ग्राहकों के लिए सस्ती और स्वादिष्ट चाय उपलब्ध कराने में हर संभव प्रयास करते थे.

उन्होंने अपने ग्राहकों को हर प्रकार की चाय पिलाई जैसे मसाला चाय, अदरक चाय, इलायची चाय और कुल्हड चाय. दोस्तों अगर आप नहीं जानते कि कुल्हड़ चाय क्या होता है. यह एक विशेष प्रकार की चाय होती है जो मिट्टी के द्वारा बने हुए कप में दी जाती है, जिसका स्वाद काफी बढ़िया होता है. साथी आपको बता दे कि इससे स्थानीय कुम्हारों को कमाई करने के अवसर मिलते हैं.

आपको बता दे कि सोनू सूद की मेहनत और दृढ़ संकल्प के कारण कुछ ही महीना में उनकी चाय की दुकान काफी लोकप्रिय हो गए और कई ग्राहकों की पहली पसंद बन गई. और बहुत सारे मीडिया प्लेटफॉर्म पर उनकी बातें होने लगे. जैसे इन्वेस्ट अपमीडिया, स्टार्टअपशिवे और द चाय ठेका भारत.

हालांकि आप लोगों को पता ही होगा कि 2020 में जब देश में कोविद-19 महामारी आई थी. तब भारत सरकार ने देश में लॉकडाउन लागू कर दी और सामाजिक दूरी बनाए रखने की अपील की. तब अमन सूद के सामने एक बहुत बड़ी चुनौती आई. जब उन्हें अस्थायी रूप से अपनी चाय की दुकान बंद करनी पड़ी. लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और इस समय का उपयोग उन्होंने अपनी बिजनेस को विस्तार करने की योजना में लगाई. फिर उन्होंने अपनी सस्ती और स्वादिष्ट चाय को और अधिक लोगों तक पहुंचाने का निर्णय लिया.

फिर उन्होंने अपनी एक फ्रेंचाइजी मॉडल लॉन्च किया और देश के कई सारे बिजनेसमैन और निवेशकों को अपने ब्रांड में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया. इन्होंने उन लोगों को चाय ठेका आउटलेट चलाने के लिए प्रशिक्षण देना शुरू किया और साथ ही सहायताऔर मार्गदर्शन भी की. इन्होंने उन्हें जरूरी के कुछ सामान भी दिए और इन्होंने यह सुनिश्चित किया कि उनकी फ्रेंचाइजी उनकी मूल चाय की दुकान के तरह ही सस्ती और स्वादिष्ट चाय अपने ग्राहकों को प्रदान करेंगी. और अपने ग्राहकों से प्रेम भाव बनाए रखेगी.

आपको बता दे की अमन सूद क्या यह फ्रेंचाइजी मॉडल काफी सक्सेसफुल रहा. उन्हें भारतीय बाजार से काफी कम कम समय में ही जबरदस्त प्रतिक्रिया मिलने लगी. और भारत के 15 से अधिक शहरों में वह 70 से भी अधिक फ्रेंचाइजी खोलिए. वह अपने इस ब्रांड को अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी विस्तार करने की योजना बना रहे हैं.

Conclusion

Aman sood इस कहानी से हमें यह सीख मिलती है कि अगर जुनून, दृढ़ता और नियमित रूप से काम किया जाए तो कोई भी कुछ भी हासिल कर सकता है. उन्होंने यह भी सिखाया की कोई भी अपने सपनों का पालन करके समाज और देश की सेवा कर सकता है. और एक अपनी अलग पहचान बन सकता है.

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