Laser क्या है. यह कैसे काम करता है, सिद्धांत, प्रकार,उपयोग और खोज के बारे में संपूर्ण जानकारी(Laser in Hindi)

Laser in Hindi-हेलो दोस्तों नमस्कार आपने कभी न कभी Laser के बारे में जरूर सुना होगा. और शायद कुछ लोगों ने इसे देखा भी होगा. Laser light आम light से काफी अलग होती है. दोस्तों आज इस आर्टिकल में हम आपको लेजर (Laser in Hindi) के बारे में संपूर्ण जानकारी देने वाले हैं. साथ में हम यह भी समझेंगे. लेजर कैसे काम करता है और इसे बनाया कैसे जाता है. तो चलिए दोस्तों शुरू करते हैं.

Laser क्या है, Laser का Full Form (Laser in Hindi)

Laser क्या है, Laser का Full Form

दोस्तों क्या आप जानते हैं की लेजर क्या होता है, अगर नहीं, तो आपको बता दे की laser एक ऐसा उपकरण है, जो प्रकाश की एक समरूप, एकदिशीय और समकोणीय किरण उत्पन्न करता है. दोस्तों यह काफी पावरफुल और खतरनाक होता है.

दोस्तों Laser का पूरा नाम “light Amplification by Stimulated Emission of Radaition” हैं. दोस्तों या एक विशेष प्रकार का प्रकाश उत्तर करता है, जो परमाणुओं या अणुओं को गर्म करके रेडिएशन के उत्सर्जन को बढ़ा देता है. जिससे काफी तीव्र और पावरफुल प्रकाश निकलती है.

दोस्तों लेजर से निकलने वाली प्रकाश की किराने की तीव्रता और शुद्धता काफी ज्यादा होती है. यह लेजर किरण अन्य प्रकाश की किरणों से काफी तेज और निश्चित दिशा में केंद्रित होती है. इसकी इसी विशेष गुनो के कारण लेजर का उपयोग विज्ञान, चिकित्सा, बिजनेस, सैन्य क्षेत्र और संचार में काफी ज्यादा किया जाता है.

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Laser की खोज (Discovery of Laser In Hindi)

दोस्तों लेजर टेक्नोलॉजी की शुरुआत 20वीं शताब्दी की शुरुआत में अल्बर्ट आइंस्टीन द्वारा की गई थी. उन्होंने इसकी शुरुआत प्रकाश के प्रवर्धीत उत्सर्जन के सिद्धांत के प्रस्ताव से की. दोस्तों अल्बर्ट आइंस्टीन ने सन 1916 में प्रकाश के उत्सर्जन की एक ऐसी टेक्नोलॉजी बनाई जिसे आगे चलकर उत्तेजित उत्सर्जन के नाम से जाना गया.

फिर उसके बाद सन 1960 में Theodore Maiman मैं कैलिफोर्निया के hughes रिसर्च सेंटर में दुनिया का सबसे पहले रुबी लेजर बनाया. इसे बनाने में Charles Townes और Arthur Shallow के द्वारा किए गए theoretical research का बहुत बड़ा योगदान था. Maiman द्वारा किए गए इस लेजर के निर्माण से पूरी दुनिया में लेजर टेक्नोलॉजी ने एक क्रांतिकारी परिवर्तन किया.

दोस्तों आगे चलकर Gordon Gould और अन्य वैज्ञानिकों ने laser को ओर अधिक पावरफुल और पहले से काफी बेहतर बनाने में बहुत महत्वपूर्ण योगदान दिये. जिसके चलते आज पूरी दुनिया में लेजर की उपयोगिता को बढ़ा दिया है और साथ ही इसके कई प्रकार भी विकसित किया है.

Laser का कार्य सिद्धांत (Working principle of laser In Hindi)

Laser का कार्य सिद्धांत

दोस्तों ऊर्जा का कार्य सिद्धांत उत्तेजित उत्सर्जन पर आधारित है. इसे ऐसे समझे, जब किसी पदार्थ के परमाणुओं को ऊर्जा प्रदान की जाती है, तो उसके इलेक्ट्रॉन उच्च स्तर में जाते हैं, पावर जब इन इलेक्ट्रॉनों को वापस निम्न उच्च स्तर में आने के लिए प्रेरित किया जाता है, तब वह प्रकाश के रूप में काफी पावरफुल ऊर्जा उत्पन्न करते हैं. इस तरह लेजर मैं एक शक्तिशाली प्रकाश किरण पैदा होती है.

दोस्तों लेजर को बनाने के लिए मुख्य तीन components की जरूरत होती है, जैसे Gain medium, The pumping source और the optical resonator.जैसे कॉम्पोनेंट्स शामिल है.

दोस्तों बात करें Gain medium की तो यह गैस जो तरल या ठोस अवस्था में हो, उत्तेजित उत्सर्जन के लिए परमाणु या अणु प्रदान करता है. जो लेजर को बनाने में अहम भूमिका निभाता है.

दोस्तों the pumping source की बात की जाए तो यह विद्युत धारा द्वारा फ्लैश लैंप या लेजर के लिए गेन मीडिया को ऊर्जा प्रदान करता है.

दोस्तों the optical resonator की बात की जाए तो यह एक रेजोनेटर दर्पण का सेटअप होता है, जिसका काम फोटोन्स को गेन मीडिया से होकर परिवर्तित करना होता है.

दोस्तों इन्हीं तीन components से लेजर बनाया जाता है. जो इतनी शक्तिशाली और फोकस्ड होती है.

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Laser के प्रकार (Types of Laser In Hindi)

Laser के प्रकार

दोस्तों laser लेजर की प्रकार की बात करें तो, इसके कई सारे प्रकार है. जैसे गैस लेजर (gas laser) ठोस अवस्था लेजर (Solid-state lasers), सेमीकंडक्टर लेजर (Samiconductor lasers) और फाइबर लेजर (fiber lasers) आदि लेजर के प्रकारों में शामिल है. दोस्तों आपको बता दे कि इसे पदार्थ और प्रकाश के तरंग धैर्य के आधार पर अलग-अलग बांटा गया है. और इनका काम भी अलग-अलग है.

Laser के गुण (Properties of Laser In Hindi)

दोस्तों चलिए आपको लेजर के कुछ महत्वपूर्ण गुणो के बारे में जानकारी देते हैं, जो निम्नलिखित है-

एकरंगता (Monochromaticity) – दोस्तों लेजर के प्रकाश एकल तरंग धैर्य या एक ही रंग का होता है.

समरूपता (Coherence) – दोस्तों लेजर के प्रकाश के तरंग और समय में काफी कम अंतर होती है.

समकोणीयता (Collimation) – दोस्तों लेजर की किरणें लगभग समांतर दिशा में निकलती है. वे थोड़ी सी भी इधर-उधर नहीं होती है.

उच्च तीव्रता (High intensity) – दोस्तों आपको बता दे की लेजर के प्रकाश की तीव्रता बहुत ज्यादा होती है.

Laser का उपयोग (use of laser In Hindi)

Laser का उपयोग

दोस्तों क्या आप जानते हैं, की लेजर का उपयोग कहां-कहां किया जाता है. अगर नहीं, तो चलिए आपको बताते हैं की लेजर का उपयोग चिकित्सा, बिजनेस, संचार और विज्ञान जैसे क्षेत्रों में काफी बड़े पैमाने पर use किया जाता है.

दोस्तों आपको बता दे की लेजर का प्रयोग लेजर सर्जरी में किया जाता है. और संचार क्षेत्र में इसका उपयोग फाइबर ऑप्टिकल संचार के रूप में किया जाता है. जबकि बिजनेस क्षेत्र में इसका उपयोग कटिंग और वेल्डिंग के रूप में किया जाता है. और विज्ञान क्षेत्र में होलोग्राफी आदि के रूप में किया जाता है. जिसे पता चलता है कि यह हमारे जीवन के कार्यों में कितना महत्वपूर्ण है.

इस तरह से लेजर ने पूरी दुनिया गेट टेक्नोलॉजी को बदल कर रख दिया.

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