Lithium-ion battery क्या है, यह कैसे काम करती है, खोज, प्रकार उपयोग(Lithium ion battery in Hindi)

Lithium ion battery in Hindi-हेलो दोस्तों नमस्कार आज इस आर्टिकल में हम आपको Lithium-ion battery के बारे में विस्तार पूर्वक बताएंगे. दोस्तों आपने कहीं ना कहीं Lithium battery का नाम जरुर सुना होगा. इस आर्टिकल में हम उसके प्रकार, खोज और Lithium-ion battery को कैसे बनाया जाता है यह समझेंगे. तो चलिए शुरू करते हैं.

Lithium battery क्या है. (What is Lithium battery?)

Lithium battery क्या है.

दोस्तों लिथियम बैटरी एक ऐसी बैटरी है जो अपनी विद्युतरासायनिक प्रणाली में लिथियम का प्रमुख कॉम्पोनेंट के रूप में उपयोग किया जाता है. मतलब इस बैटरी को बनाने में लिथियम का उपयोग किया जाता है. लिथियम बैटरी दो प्रकार की होती है.
लिथियम-आयन और लिथियम मेंटल.

लिथियम आयन (Lithium ion battery in Hindi)

Lithium-ion

दोस्तों Lithium-ion बैटरी की बात करें तो यह एक रिचार्जेबल बैटरी है, जो धनात्मक और नकारात्मक इलेक्ट्रोड के बीच लिथियम आयनो की गति का उपयोग करती है. इसका सबसे ज्यादा उपयोग पोर्टेबल इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस, इलेक्ट्रिक वाहन और इसका कई सारे ऊर्जा भंडारण में किया जाता है.

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लिथियम धातु (Lithium metal)

Lithium metal

दोस्तों lithium metal बैटरी की बात की जाए तो तो यह एक नॉन-रिचार्जेबल बैटरी है. जो नेगेटिव इलेक्ट्रोड के रूप में पॉजिटिव लिथियम का उपयोग करती है.

दोस्तों आपको बता दे की लिथियम-आयन बैटीर की तुलना में लिथियम मेटल बैटरी में ऊर्जा भंडारण की क्षमता ज्यादा होती है. लेकिन इसमें दिक्कत यह है की ये बहुत ज्यादा गर्म हो जाती है और इसमें आग लगने की संभावना भी ज्यादा होती है.

दोस्तों लिथियम मेटल बैटरी का उपयोग ज्यादातर मेडिकल डिवाइस, सैनी उपकरणो और एयरोस्पेस मे किया जाता है.

Lithium battery की खोज. (Discovery of Lithium battery.)

Lithium battery की खोज.

दोस्तों लिथियम बैटीर की खोज कई सारे वैज्ञानिकों और इंजीनियरों ने मिलकर कई वर्षों तक रिसर्च करने के बाद इसकी खोज की है. चलिए आपको लिथियम बैटरी के खोज के इतिहास के बारे में जानकारी देते हैं.

दोस्तों साल 1960 में दो वैज्ञानिक Robert Huggins और Carl Wagner ने मिलकर ठोस पदार्थ के आयनो की गति पर काफी ज्यादा अध्ययन करने के बाद उन्होंने लिथियम-आयन बैटरी के रूप में काम करने वाले इंटरकैलेक्शन यौगिकों की शुरुआत की.

फिर सन 1970 में Stanley Whittingham. जो उसे समय Exxon के लिए काम करते थे. उन्होंने काम करने के दौरान ही एक टाइटेनियम डाईसल्फाइड कैथोड और लिथियम मेटल ऐनोड का उपयोग करके एक रिचार्जेबल लिथियम बैटीर का प्रोटोटाइप बनाया. हालांकि इसकी सेफ्टी के लेकर कई सारे सवाल खड़े हो गए थे, और इसके ऊर्जा भंडारण क्षमता कम थी.

उसके बाद सन 1980 में John Goodenough ने सुधार करते हुए टाइटेनियम डाईसल्फाइड कैथोड को लिथियम कोबाल्ट ऑक्साइड से बदलकर लिथियम बैटरी के परफॉर्मेंस को काफी ज्यादा बढ़ा दिया, जिससे लिथियम बैटरी में ऊर्जा भंडारण की क्षमता दोगुनी हो गई.

दोस्तों फिर सन 1990 में वैज्ञानिक Akira Yoshino ने सुधार करते हुए लिथियम मेटल ऐनोड को कार्बनेशियस सामग्री और पेट्रोलियम कोक से बदलकर लिथियम बैटरी को काफी ज्यादा सुरक्षित और स्थिर बनाया. जिसमें लिथियम आयनो को स्टोर और रिलीज करने की क्षमता थी. इसे पहली बार commercial lithium-ion बैटरी कहा गया.

दोस्तों आपको बता दे कि इन तीनों वैज्ञानिकों को लिथियम-आयन बैटरी बनाने के लिए साल 2019 में रसायन शास्त्र में नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया.

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Lithium battery को कैसे बनाया जाता है. (How is Lithium battery made?)

Lithium battery को कैसे बनाया जाता है.

दोस्तों आपको बता दे की लिथियम बैटरी को आमतौर पर कई कंपोनेंट को एक साथ जोड़कर बनाया जाता है. जिनमें मुख्य कॉम्पोनेंट्स एक कैथोड, एनोड, सेपरेट और इलेक्ट्रोलाइट को जोड़कर बनाया जाता है. इनको अलग-अलग कांबिनेशन और सेफ्टी के साथ एक्सपेरिमेंट कर बनाया जाता है.

Lithium Battery का उपयोग (Use of Lithium Battery)

Lithium Battery का उपयोग

दोस्तों आज दुनिया भर में लिथियम बैटरी की मांग काफी ज्यादा बढ़ गई है. और इसका उपयोग कई सारे इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसो में काफी बड़े पैमाने पर किया जा रहा है. हमने आपको कुछ डिवाइसो के बारे में नीचे बताया है.

पोर्टेबल इलेक्ट्रॉनिक (Portable electronic)

दोस्तों पोर्टेबल इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस जैसे स्मार्टफोन, लैपटॉप, टैबलेट, कैमरा और हियरिंग ऐड्स जैसे डिवीजन में लिथियम बैटरी का उपयोग किया जाता है.

दोस्तों आपको बता दे की लिथियम बैटीर इन डिविजन के लिए काफी अच्छा है, क्योंकि लिथियम बैटरी में ऊर्जा भंडारण की क्षमता ज्यादा होती है, इसे एक बार चार्ज करने पर लंबे समय तक चलती है, यह काफी जल्दी चार्ज हो जाता है.

Electric वाहन (Electric vehicles)

दोस्तों लिथियम बैटरी का उपयोग इलेक्ट्रिक वाहन जैसे कार, बसें, बाइक्स और स्कूटर में किया जाता है.

चिकित्सकीय संसाधन (Medical equipment)

दोस्तों लिथियम बैटरी का उपयोग मेडिकल इक्विपमेंट जैसे पेसमेकर, डिफाइब्रिलेटर और इंसुलिन पंप उपकरणों में किया जाता है.

पॉवर उपकरण (Power tools)

दोस्तों लिथियम बैटरी का उपयोग पावर टूल्स जैसे ड्रिल, आरे और लॉनमोअर उपकरणों में किया जाता है. जिससे बिना किसी रुकावट से काम निरंतर चलते रहता है.

सैन्य और एयरोस्पेस (Military and aerospace)

दोस्तों लिथियम बैटरी का उपयोग सैन और एयरोस्पेस जैसे सैटेलाइट, रॉकेट, ड्रोन और हथियारों में किया जाता है.

Lithium Battery के फायदे और नुकसान (Advantages and disadvantages of Lithium Battery)

Lithium Battery के फायदे और नुकसान

दोस्तों लिथियम बैटरी के कई फायदे और कई नुकसान भी है. जिसे जानना आपके लिए काफी जरूरी है. ताकि आप इसे संभाल कर उपयोग कर सके.

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Lithium Battery के फायदे (Benefits of Lithium Battery)

Lithium Battery के नुकसान.

दोस्तों lithium Battery के फायदे की बात की जाए तो, लिथियम बैटरी की कई फायदे हैं. चलिए आपको एक-एक करके सारे फायदे बताते हैं.

High energy density – दोस्तों लिथियम बैटरी में बिजली भंडारण की क्षमता ज्यादा होती है. जिससे यह दूसरी बैटरी की तुलना में काफी अधिक पावरफुल होती है.

Fast Charging – दोस्त लिथियम बैटरी काफी तेजी से चार्ज होती है, और दुख की बात यह है कि इसकी चार्ज उतनी ही तेजी से खत्म भी हो जाती है.

Long lifespan – दोस्तों लिथियम बैटरी की लाइफ काफी ज्यादा होती है. दोस्तों आपको बता दे की लिथियम बैटीर लेड एसिड बैटरी की तुलना में लगभग 10 गुना अधिक समय तक चलती है.

Low maintenance – दोस्तों लिथियम बैटरी को ज्यादा देखभाल करने की जरूरत नहीं होती, साथी इसे बार-बार डिस्चार्ज करने की भी जरूरत नहीं होती.

Light weight and compact design – दोस्तों लिथियम बैटरी काफी हल्की और छोटी होती है. इसीलिए इसका उपयोग ज्यादातर मोबाइल और इलेक्ट्रिक वाहनों में किया जाता है.

Lithium Battery के नुकसान. (Disadvantages of Lithium Battery.)

Lithium Battery के नुकसान.

दोस्तों लिथियम बैटरी के कई सारे नुकसान भी है. जिसे जानना आपके लिए काफी जरूरी है. जिससे आप इसे संभाल कर use कर सके. दोस्तों हमने आपको लिथियम बैटरी से होने वाले कुछ नुकसान के बारे में नीचे बताया है.

Higher cost – दोस्तों लिथियम बैटरी काफी महंगा पड़ता है क्योंकि लिथियम बैटरी को बनाने के लिए जो कच्चा माल इस्तेमाल किया जाता है, वह बहुत कम मिलता है. इसी कारण से यह दूसरी बैटरी की तुलना में काफी महंगा होता है.

Safety Risks – दोस्तों आपको बता दे की लिथियम बैटरी को ज्यादा चार्ज करने से बैटरी काफी ज्यादा गर्म हो जाती है, और इसे आज भी लग सकती है, और यह फट भी सकती है, जिससे काफी हानिकारक गैस निकलती है. जो आपके लिए काफी नुकसानदेह है.

Degradation – दोस्तों लिथियम बैटरी के ज्यादा इस्तेमाल से इसमें बिजली भंडारण की क्षमता कम हो जाती है, और यह बहुत जल्द ही खराब हो जाती है.

Transportation limits – दोस्तों लिथियम बैटरी को एक जगह से दूसरा जगह ले जाना काफी खतरनाक साबित हो सकता है. इसीलिए इसे कम से कम इस्तेमाल किया जाता है.

Temperature Sensitivity – दोस्तों अधिक गर्मी से लिथियम बैटीर बहुत जल्द खराब हो जाती है.

Deep discharge sensitivity – दोस्तों आपको बता दे की लिथियम बैटरी में सीमा दी गई होती है और कहां गया होता है कि इसे इससे ज्यादा डिस्चार्ज नहीं करना है नहीं तो आपकी बैटरी खराब हो सकती है.

Conclusion

दोस्तों आज के इस लेख में हमने आपको Lithium-ion battery क्या है, यह कैसे काम करती है, खोज, प्रकार उपयोग (Lithium ion battery in Hindi) के बारे में संपूर्ण जानकारी दी है, हमें उम्मीद है कि यह जानकारी आपको काफी ज्यादा पसंद आई होगी.

दोस्तों ऐसे ही टेक्निकल जानकारी के लिए आप foxbeet.com के साथ जुड़े रहे.

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