Srikanth Bolla अंधे होने के बावजूद खड़ी कर दी 100 करोड की कंपनी, श्रीकांत बोला कि संपूर्ण जीवनी(Srikanth Bolla Biography in Hindi)

Srikanth Bolla Biography in Hindi- हेलो दोस्तों नमस्कार आज मैं आपको एक ऐसी सक्सेस स्टोरी के बारे में बताने वाला हूं. जिसको सुनने के बाद आप भी अचंभित हो जाएंगे. क्या ऐसा भी हो सकता है. यह कैसे व्यक्ति के बारे में है जो आंखों से अंधे होने के बावजूद अपनी लगन और कठोर निष्ठा के कारण 100 करोड़ की कंपनी को खड़ी कर दी. तो चलिए बिना देर किए शुरू करते हैं उनके बारे में पढ़ना.

Srikanth Bolla का जन्म ( Srikanth Bolla in Biography in hindi )

बोल्लांट इंडस्ट्रीज की शुरुआत ( Beginning of Bollant Industries )

दोस्तों Srikanth Bolla की कहानी एक दृढ़ संकल्प और एक जिद्दी की कहानी है. उनका जन्म 1992 में आंध्र प्रदेश के एक छोटे से गांव सीतारामपुरम में हुआ था. वह बचपन से ही अंधे थे. आप इसी से अंदाजा लगा सकते हैं जो इंसान बचपन से अंधा हो उसके लिए जीवन जीना कितना मुश्किल रहा होगा. लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी उन्होंने पढ़ाई करना शुरू किया और दसवीं कक्षा की परीक्षा में उन्होंने 90% अंक हासिल किया.

उन्हें विज्ञान से बहुत प्रेम था और आगे चलकर विज्ञान की पढ़ाई करने का ही लक्ष्य रखा. हालांकि बचपन से अंधे होने के कारण कई स्कूलों ने उन्हें इस विषय का अध्ययन करने के लिए अनुमति नहीं दी. लेकिन उन्होंने कभी हार नहीं मानी. किसी भी तरह 12वीं कक्षा में उन्होंने विज्ञान से नामांकन करवाया और 98% अंकों के साथ पास हुए. और अपने स्कूल भर में टॉप किया.

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Srikanth Bolla की पढ़ाई ( Srikanth Bolla’s studies )

12वीं पास करने के बाद उनके मन में कुछ बड़ा कर गुजरने का सपना पल रहा था. इसीलिए वह भारत के सबसे प्रतिष्ठित संस्थान Indian Institute of Technology(IIT) मे नामांकन करवाना चाहते थे. बचपन से विकलांग होने के कारण उन्हें हॉल टिकट नहीं मिला. पर उन्होंने मन ही मन यह ठान लिया था कि वह अपने जीवन में कुछ बड़ा करके रहेंगे. और इस वक्त उन्होंने कहा” अगर IIT मुझे नहीं चाहता तो मैं कभी IIT वाला नहीं बनना चाहता”. हिंदी मूवी कैसे रास्ते पर लेकर गई. जो उन्हें और भी ऊंचाइयों पर ले जाने वाले थी.

MIT मे नामांकन ( enrollment in MIT )

MIT मे नामांकन ( enrollment in MIT )

अब उन्होंने अपनी नज़रें आसमान की ओर गढ़ाई और उन्होंने दुनिया के सबसे प्रतिष्ठित विश्वविद्यालय Massachusetts Institute of Technology (MIT) मे प्रवेश करने के लिए आवेदन किया. उनके अच्छे मार्क्स और अटूट दृढ़ संकल्प को देखकर MIT मे उनके आवेदन पत्र को एक्सेप्ट कर लिया. Srikanth उन्होंने अपनी कठिन परिश्रम और दृढ़ निश्चय से यह साबित कर दिया कि विकलांगता सफलता के राह में बाधा नहीं बन सकती है. MIT से उन्होंने management Science मे डिग्री हासिल की. और अपनी पढ़ाई को पूरी की.

बोल्लांट इंडस्ट्रीज की शुरुआत ( Beginning of Bollant Industries )

बोल्लांट इंडस्ट्रीज की शुरुआत ( Beginning of Bollant Industries )

दोस्तों अब समय था 2012 का जब वह भारत लौट आए. भारत लौटने के कुछ दिनों बाद ही उन्होंने बोल्लांट इंडस्ट्रीज नामक एक नया बिजनेस शुरू किया। यह कंपनी पर्यावरण के अनुकूल डिस्पोजेबल पैकेजिंग उत्पाद बनाने का काम करती थी. जिसमें प्राकृतिक पत्ते और रिसाइकल कागज का इस्तेमाल किया जाता था। यह पर्यावरण और सामाजिक समावेश दोनों के लिए बिल्कुल सही था.

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कंपनी की वैल्यूएशन ( company valuation )

बोल्लांट इंडस्ट्रीज एक भारतीय कंपनी है. जो बायोडिग्रेडेबल और डिस्पोजेबल पैकेजिंग उत्पादों का निर्माण करती है। इस कंपनी के अधिकतर प्रोडक्ट्स को पर्यावरण के अनुकूल ही बनाया जाता है जिसके कारण भारतीय सरकार द्वारा मान्यता हासिल हो गई. इस कंपनी में काम करने वाले 60% से ज्यादा लोग किसी न किसी तरह से विकलांग और समाज से वंचित लोग हैं.

दोस्तों आज इस कंपनी का वैल्यूएशन 100 करोड़ से ज्यादा हो चुका है. और इसके उत्पाद दुनिया भर में ग्राहकों तक पहुंच रहे हैं. दोस्तों Srikanth रतन टाटा ने भी स्वीकार किया. और इस कंपनी में निवेश कर इसे अपनी छत्रछाया में ले लिया.

Srikanth Bolla की कहानी से हमें क्या सिख मिलती है. ( What lesson do we learn from the story of Srikanth Bolla? )

Srikanth Bolla की कहानी से हमें क्या सिख मिलती है. ( What lesson do we learn from the story of Srikanth Bolla? )

दोस्तों श्रीकांत की कहानी अद्भुत है. वे इच्छा शक्ति और अपार कठिनाइयों को पार करने की क्षमता की जीती-जागती मिसाल हैं। उनके जीवन की यात्रा अनगिनत लोगों के लिए एक प्रेरणा का स्रोत बन गई गई है. इसके अलावा श्रीकांत विकलांगों के अधिकारों के लिए समाज में खड़े भी होते हैं. सच कहूं तो उनका व्यक्तित्व एक आदर्श से भरा व्यक्तित्व है. जो हमें दिखता है कि अगर दुनिया बदलने हो तो इच्छा शक्ति और दृढ़ संकल्प से कुछ भी संभव हो सकता है.

Conclusion

दोस्तों उम्मीद करता हूं आपको “Srikanth Bolla अंधे होने के बावजूद खड़ी कर दी 100 करोड की कंपनी, श्रीकांत बोला कि संपूर्ण जीवनी(Srikanth Bolla Biography in Hindi)” यह कहानी से बहुत कुछ सीखने को मिला होगा. ऐसे ही मजेदार और रोचक और बिजनेस से जुड़ी कहानियां पढ़ने के लिए हमसे जुड़े रहें. हम आपको प्रतिदिन ऐसी कहानी उपलब्ध कराते हैं.

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